शनिवार, 21 जनवरी 2017

विश्वास...


             किसी जंगल में एक वृक्ष पर चिडा-चिडी घोसला बनाकर प्रेमपूर्वक रहते थे । एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ?
 
             चिड़े ने कहा - यदि मैं उड़ जाऊं तो तुम पकड़ लेना ।
            चिड़िया बोली - मैं तुम्हें पकड़ तो सकती हूँ, पर फिर पा तो नहीं सकती !
 
            यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए । उसने उसी समय अपने पंख तोड़ दिए और चिडी से कहा अब हम हमेशा साथ रहेंगे ।
          लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया, चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़ जाओ मैं नहीं उड़ सकता  !
 
            अच्छा अपना ख्याल रखना कहकर चिड़िया उड़ गई !
 
           जब तूफान थमा और चिड़िया वापस आई तो देखा कि चिड़ा मर चुका था और एक डाली पर लिखा था - "काश वो एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकती ।"  तो शायद मैं तूफ़ान आने से पहले नहीं मरता ।


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ऐतिहासिक शख्सियत...

पागी            फोटो में दिखाई देने वाला जो वृद्ध गड़रिया है    वास्तव में ये एक विलक्षण प्रतिभा का जानकार रहा है जिसे उपनाम मिला था...