ऐ दोस्त तू जिन्दगी को जी,
उसे समझने की कोशिश न कर.
सुन्दर सपनों के ताने-बाने बुन,
उसमें उलझने की कोशिश न कर.
चलते वक्त के साथ तू भी चल,
उसमें सिमटने की कोशिश न कर.
अपने हाथों को फैला, खुलकर सांस ले,
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर.
मन में चलते .युद्ध को विराम दे,
खामखां खुदसे लडने की कोशिश न कर.
कुछ बातें भगवान पर छोड दे,
सब-कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर.
जो मिल गया उसी में खुश रह,
जो सकून छीन ले, उसे पाने की कोशिश न कर.
रास्ते की सुंदरता का लुत्फ उठा,
मंजिल तक जल्दी पहुँचने की कोशिश न कर.
उसे समझने की कोशिश न कर.
सुन्दर सपनों के ताने-बाने बुन,
उसमें उलझने की कोशिश न कर.
चलते वक्त के साथ तू भी चल,
उसमें सिमटने की कोशिश न कर.
अपने हाथों को फैला, खुलकर सांस ले,
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर.
मन में चलते .युद्ध को विराम दे,
खामखां खुदसे लडने की कोशिश न कर.
कुछ बातें भगवान पर छोड दे,
सब-कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर.
जो मिल गया उसी में खुश रह,
जो सकून छीन ले, उसे पाने की कोशिश न कर.
रास्ते की सुंदरता का लुत्फ उठा,
मंजिल तक जल्दी पहुँचने की कोशिश न कर.
1 टिप्पणी:
Very good
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