रविवार, 22 दिसंबर 2019

अजूबे जगन्नाथ मंदिर पुरी (उडीसा) के...

 


पुराणों में वर्णित धरती के बैकुंठ के रुप में प्रचलित इस मंदिर में दिखेंगे ये 8 अजूबे...
1. मन्दिर के ऊपर झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में लहराते हुए दिखता है ।
2. पुरी में किसी भी जगह से आप मन्दिर के ऊपर लगे सुदर्शन चक्र को देखें, तो वह आपको सामने ही लगा दिखेगा।
3. सामान्य दिनों में हवा समुद्र से जमीन की तरफ आती है और शाम के दौरान इसके विपरीत, लेकिन जगन्नाथ मंदिर पुरी में इसका उल्टा  होता है.
4. पक्षी या विमान कभी मंदिर के ऊपर उड़ते हुए नहीं दिखेंगे ।
5. मुख्य गुंबद की छाया दिन के किसी भी समय अदृश्य ही रहती है ।
6. मंदिर के अंदर पकाने के लिए भोजन की मात्रा पूरे वर्ष के लिए  रहती है ।  प्रसाद की कोई भी मात्रा कभी व्यर्थ नहीं जाती, चाहे कुछ हजार लोगों से लगाकर 10-20 लाख लोग तक भोजन क्यों न करलें ।
7. मंदिर में रसोई (प्रसाद) पकाने के लिए 7 बर्तन एक दूसरे पर रखे जाते हैं और लकड़ी पर पकाया जाता है । इस प्रक्रिया में उपर के शीर्ष बर्तन की सामग्री पहले पकती है फिर क्रमश: नीचे की तरफ  एक के बाद एक पकते जाती है ।
8. मन्दिर के सिंहद्वार में पहला कदम  प्रवेश करने पर (मंदिर के अंदर से) आप सागर द्वारा निर्मित कोई ध्वनि नहीं सुन सकते । आप (मंदिर के बाहर से) एक भी कदम पार करें तब आप इसे सुन सकते हैं । इस अजूबे को शाम के समय स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है ।

इसके साथ ही यह भी जानें-
इस मन्दिर का रसोई घर दुनिया का सबसे बड़ा रसोइ घर है।
नित्य सांयकाल मन्दिर के ऊपर लगी ध्वजा को इंसान द्वारा उल्टा चढ़ कर बदला जाता है ।
मन्दिर का क्षेत्रफल चार लाख वर्ग फिट में है ।
मन्दिर की ऊंचाई 214 फिट है।
विशाल रसोईघर में भगवान जगन्नाथ को चढ़ाने वाले महाप्रसाद को बनाने में 500 रसोईये एवं 300 उनके सहयोगी काम करते है ।

Source : WhatsApp.   
Image : Google.


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