12-13 वर्ष की खेलने-कूदने की उम्र में खेल-खेल में फातिमा अपने अब्बू के ही यहां प्रेग्नेंट हो गई, तो तुरन्त ही उसके अब्बूजान ने पंक्चर पकाने वाले अब्दुल से उसका निकाह करा दिया, कुछ साल बाद अब्दुल ने गुस्से में आकर फातिमा को ट्रिपल तलाक दे दिया, चतुर मौलाना ने शरियत का हवाला देकर फातिमा से हलाला कर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया फिर कुछ समय बाद मौलाना ने फातिमा को ट्रिपल तलाक़ दे दिया, हलाला कर लौटी फातिमा को अब्दुल ने फिर शादी कर अपनी बीवी बना लिया, फिर कुछ दिनों बाद दोबारा अब्दुल ने ट्रिपल तलाक दे दिया, फिर परेशान फातिमा ने मुर्गीवाले रहमान से दूसरी शादी कर ली, लेकिन कुछ समय में मुर्गीवाला रहमान मर गया, फातिमा अब भंगार वाले फखरुद्दीन की तीसरी बीवी बनकर रहती है और अब तक फातिमा के सब मिलाकर 15 बच्चे मौजूद हैं !
तो अब आखिर फातिमा के बच्चें किसे अपना अब्बू साबित करेंगे, कौनसे बाप का वे आधार कार्ड दिखाएंगे ? अकेली फातिमा के 15 बच्चों के सामने बाप किसको बताये ये बड़ा सवाल है, अब्दुल को, मौलाना को, रेहमान को, फखरुद्दीन को या फिर और किसी आदमी को ?
आप ही बताएं- कोई आसान है क्या फातिमा के बच्चों के लिये....? और अब सरकार NPR और NRC के द्वारा इन्हें अपना वजूद साबित करने के लिये कह रही है । इसीलिए वर्तमान अब्दुल आज फिर जोर-जबर्दस्तीपूर्वक संविधान को बचाने निकले हैं ।
नजर एक... नजरिये अनेक.
अन्न का सदुपयोग
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