एक युवक बगीचे में खिन्न मुद्रा में बैठा था । एक बुजुर्ग ने उस परेशान युवक से पूछा - क्या हुआ बेटा क्यूं इतने परेशान हो ?
युवक ने गुस्से में अपनी पत्नी की गल्तियों के बारे में बताया ।
बुजुर्ग ने कुछ मुस्कराते हुए युवक से पूछा-
बेटा क्या तुम बता सकते हो - तुम्हारा धोबी कौन है ?
युवक ने हैरानी से पूछा - क्या मतलब ?
बुजुर्ग ने कहा - तुम्हारे मैले कपड़े कौन धोता है ?
युवक बोला - मेरी पत्नी...
बुजुर्ग ने पूछा - तुम्हारा बावर्ची कौन है ?
युवक - मेरी पत्नी...
बुजुर्ग - तुम्हारे घर-परिवार और सामान का ध्यान कौन रखता है ?
युवक - मेरी पत्नी...
बुजुर्ग ने फिर पूछा - कोई मेहमान आए तो उनका ध्यान कौन रखता है ?
युवक - मेरी पत्नी...
बुजुर्ग - परेशानी और गम में कौन साथ देता है ?
युवक :- मेरी पत्नी...
बुजुर्ग - अपने माता पिता का घर छोड़कर जिंदगी भर के लिए तुम्हारे साथ कौन आया ?
युवक - मेरी पत्नी...
बुजुर्ग - बीमारी में तुम्हारा ध्यान और सेवा कौन करता है ?
युवक :- मेरी पत्नी...
बुजुर्ग बोले :- एक बात और बताओ तुम्हारी पत्नी इतना काम और सबका ध्यान रखती है । क्या कभी उसने तुमसे इस बात के पैसे लिए ?
युवक - कभी नहीं...
इस पर बुजुर्ग बोले कि - पत्नी की एक कमी तुम्हें नजर आ गई, मगर उसकी इतनी सारी खूबियाँ तुम्हें नजर नहीं आईं ?
क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम ही नहीं दुनिया का कोई भी इन्सान पत्नी के बगैर अधूरा ही रहता है ? इसलिये बेटे... पत्नी जो ईश्वर का दिया एक स्पेशल उपहार है इसलिए उसकी उपयोगिता जानो और उसकी छोटी-मोटी कमी को अनदेखा करते हुए सदैव उसकी देखभाल व परवाह करो ।
आखिर पति के लिए पत्नी क्यों जरूरी है ?
जब तुम दुःखी हो, तो वह तुम्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेगी ।
हर वक्त, हर दिन, तुम्हें तुम्हारे अन्दर की बुरी आदतें छोड़ने को कहेगी ।
हर छोटी-छोटी बात पर तुमसे झगड़ा करेगी, किंतु ज्यादा समय तक गुस्सा भी नहीं रह पाएगी ।
छोटी-छोटी बचत के द्वारा तुम्हें आर्थिक मजबूती देगी ।
कुछ भी अच्छा न हो, फिर भी, तुम्हें यही कहेगी; चिन्ता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।
तुम्हें समय का पाबन्द बनाएगी।
यह जानने के लिए कि तुम क्या कर रहे हो, दिन में 10 बार फोन करके हाल पूछेगी । कभी - कभी तुम्हें खीझ भी आएगी, पर फिर भी सच यह है कि तुम कुछ कर नहीं पाओगे ।
इसलिए हमेशा अपनी पत्नी की उपयोगिता जानो और स्नेह व प्यार से उसकी देखभाल करो ।